इंसान आज इंसान से भागे फिरते हैं,
भगवान तेरे बन्दे तुझसे भागे फिरते हैं.
माथे पे टीका, हाथों में माला,
दिल काजल से साने फिरते हैं.
मुँह में राम बगल में गुप्ती,
मुक्ति की माला फेरते फिरते हैं.
सुबह तेरा नाम जपते उठते हैं,
दिन भर गालिओं की प्रत्यंचा खींचते फिरते हैं.
तेरे दर पे आती आवाजों में आजकल,
भक्ति से ज्यादा इच्छा की गूंझ सुनाई देती है.
ऐसे आस्तिकों से में नास्तिक भला हूँ.
माफ़ करना ख़ुदा, ऐसी ही आवाज़ मुझे सुनाई देती है.
-- नीरज
भगवान तेरे बन्दे तुझसे भागे फिरते हैं.
माथे पे टीका, हाथों में माला,
दिल काजल से साने फिरते हैं.
मुँह में राम बगल में गुप्ती,
मुक्ति की माला फेरते फिरते हैं.
सुबह तेरा नाम जपते उठते हैं,
दिन भर गालिओं की प्रत्यंचा खींचते फिरते हैं.
तेरे दर पे आती आवाजों में आजकल,
भक्ति से ज्यादा इच्छा की गूंझ सुनाई देती है.
ऐसे आस्तिकों से में नास्तिक भला हूँ.
माफ़ करना ख़ुदा, ऐसी ही आवाज़ मुझे सुनाई देती है.
-- नीरज
wah
जवाब देंहटाएंaapne to mere mann ki bat likh di
beshak hai andaje baya......
माथे पे टीका, हाथों में माला,
जवाब देंहटाएंदिल काजल से साने फिरते हैं.
मुँह में राम बगल में गुप्ती,
मुक्ति की माला फेरते फिरते हैं.
अच्छी सोच.... सुन्दर कविता
भाई लिखते रहिये
आज की आवाज
क्यों दुखी होते हैं बस अपाना ख्याल रखें आप ऐसा न करें http//:gazalkbahane.blogspot.com/या
जवाब देंहटाएंhttp//:katha-kavita.blogspot.com पर कविता ,कथा, लघु-कथा,वैचारिक लेख पढें
khoob kahi bhai bhoob kahi...........
जवाब देंहटाएंbadhai!
Aap sabhi ka tahe dil se bahut bahut shukriya. Aate rahiye ga. :)
जवाब देंहटाएंbadhaai ho aur saath hi swagat is blog pe .
जवाब देंहटाएंwaaaah niraj ji ..kya baat kahi hai ....apki har ek kavita har baar ek naye andaaj me apke vyaktitva ka parichya karati hai ....good luck for ur future
जवाब देंहटाएंआप की रचना प्रशंसा के योग्य है . आशा है आप अपने विचारो से हिंदी जगत को बहुत आगे ले जायंगे
जवाब देंहटाएंलिखते रहिये
चिटठा जगत मैं आप का स्वागत है
गार्गी
वाह वाह क्या बात है जनाब..............अच्छी कविता है............ व्यंगात्मक शैली में......... खूब लिखा है स्वागत है आपका
जवाब देंहटाएंAap sabhi ka tahe dil se shukriya jo aapne saraha aur hausla badhaya. :)
जवाब देंहटाएंAate rahiye ga. :)
bahut bahut khub, narayan narayan
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
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