वाह !
हाईकु पढ़ा,टंकित टिप्पणी कीकाम तमाम!!
Itana dukh bhara haeku kyunAapko to likhna chahiyeRat madhosh see chand khamosh sasamne tum
वाह जी!
nice
Bahut bahut dhanyavaad aap sabhi ko jo aapne itna saraha.aate rahiye ga... :)
आपका हाइकु पढा और कई बार पढा, लेकिन उसमें कोई कालजयी तत्व नजर नहीं आया। गरीब सच की जगह यदि गरीबी सच रखें तो शायद थोडी बात बन जाए।
गरीब सच इसलिए है क्यों की एक गरीब इंसान की बात हो रही है और गरीब का सच भी उतना ही गरीब होता है जितना वो खुद.पढने के लिए शुक्रिया. :)
आपके विचार एवं सुझाव मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं तो कृपया अपने विचार एवं सुझाव अवश दें. अपना कीमती समय निकाल कर मेरी कृति पढने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया.
वाह !
जवाब देंहटाएंहाईकु पढ़ा,
जवाब देंहटाएंटंकित टिप्पणी की
काम तमाम!!
Itana dukh bhara haeku kyun
जवाब देंहटाएंAapko to likhna chahiye
Rat madhosh see
chand khamosh sa
samne tum
वाह जी!
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंBahut bahut dhanyavaad aap sabhi ko jo aapne itna saraha.
जवाब देंहटाएंaate rahiye ga... :)
आपका हाइकु पढा और कई बार पढा, लेकिन उसमें कोई कालजयी तत्व नजर नहीं आया। गरीब सच की जगह यदि गरीबी सच रखें तो शायद थोडी बात बन जाए।
जवाब देंहटाएंगरीब सच इसलिए है क्यों की एक गरीब इंसान की बात हो रही है और गरीब का सच भी उतना ही गरीब होता है जितना वो खुद.
जवाब देंहटाएंपढने के लिए शुक्रिया. :)